पुस्तकें जीवन का सच्चा साथी: शिखा दरबारी मुख्य आयुक्त आयकर।

त्रिभुवन नाथ शर्मा की रिपोर्ट


दस दिवसीय पुस्तक मेला का समापन

निबंध, भाषण और चित्रकारी में भाग लेने वाले बच्चों को किया गया पुरस्कृत


प्रयागराज,यूपी। एंग्लो बंगाली इंटर कालेज परिसर में 22 दिसम्बर से चल रहा दस दिवसीय ‘ज्ञान कुंभ’ थीम पर आधारित प्रयागराज पुस्तक मेला रविवार को सफलतापूर्वक सम्पन्न हो गया। समापन समारोह के अवसर पर पुस्तक मेले में आयोजित किये गये रंगमंच के तहत चित्रकारी, हिन्दी व अंग्रेजी में निबंध प्रतियोगिता और भाषण प्रतियोगिता में भागीदारी लेने वाले 200 से अधिक बच्चों को फस्र्ट क्राई द्वारा सार्टीफिकेट और मदन यूनिफार्म की ओर से पुरस्कार वितरित किये गये। इसके साथ ही एक दर्जन ब्लाॅगरों को भी मंच से सम्मानित किया गया।


पुस्तक मेले के समापन समारोह के मुख्य अतिथि शिखा दरबारी मुख्य आयुक्त आयकर ने मेले में बने साहित्यिक मंच से कहा कि प्रयागराज साहित्यिक नगरी है। ऐसे आयोजनों को निरंतर जारी रखना होगा। यह पुस्तक मेले से प्रतियोगी छात्र-छात्राएं हीं, नहीं वरन पूरे प्रयागवासी लाभान्वित हुये। उन्होंने कहा कि पुस्तक जीवन का सच्चा साथी है। जिनके अध्ययन करने से ज्ञान का संचार होने के साथ विपत्तियों से बचने का रास्ता मिलता है। उन्होंने पुस्तक मेले के आयोजकों को बधाई देते हुये अपील किया कि वह इस पुस्तक मेले को प्रतिवर्ष आयोजित करें। जिससे इस डिजीटल युग में भी पुस्तकों के प्रति लोगों का रूझान बना रहे।


विशिष्ठ अतिथि के तौर पर सीए संजय तलवार व सिविल लाइन व्यापार मण्डल के अध्यक्ष सुशील खरबन्दा ने संयुक्त रूप से कहा कि यहां किताबों की दुनिया में बड़ों के साथ-साथ बच्चों को भी उनकी रूचि के अनुसार पुस्तकें चयन करने में आसानी हुई। समापन समारोह के अन्य अतिथियों में शिवशंकर सिंह महामंत्री सिविल लाइन व्यापार मण्डल, पीयूष रंजन अग्रवाल अध्यक्ष रोटरी प्रयागराज प्लैटिनम और चार्टर अध्यक्ष रोटरी प्रयागराज रितेश सिंह, निदेशक आर्कष चन्देल सह-संयोजक आशीष गर्ग, अमित कुमार, शुभम अग्रवाल आदि लोग प्रमुख रूप से शामिल रहे।


पुस्तक मेले के संयोजक मनोज सिंह चंदेल ने बताया कि फोर्स वन बुक्स और अग्रवाल सर्व शिक्षा शिक्षा ट्रस्ट की ओर से मेले का आयोजन किया गया। उन्होंने साझेदारों, प्रकाशकों और पुस्तक प्रेमियों के सहयोग के प्रति आभार जताते हुये उन्हें धन्यवाद दिया। साथ ही अगले वर्ष एक नये जोश और उमंग के साथ पुनः पुस्तक मेले में मिलने की उम्मीद जताई।


मेले के सह-संयोजक मनीष गर्ग ने बताया कि पुस्तक मेले नेशनल बुक ट्रस्ट, प्रकाशन विभाग भारत सरकार, लोक भारती प्रकाशन, राजकमल, राजपाल एंड सन्स, मंजुल प्रकाशन, हिन्द युग्म, साहित्य भंडार, सामयिक प्रकाशन, सम्यक् प्रकाशन, सस्ता साहित्य मंडल, गीता प्रेस गोरखपुर, बुकवाला प्रयागराज, दिव्यांश, अमर चित्र कथा, ओसवाल बुक्स, भारतीय कला प्रकाशन सहित मुंबई, दिल्ली, पटना, राँची लखनऊ, रायपुर, नोएडा के प्रमुख वितरक व संस्थाओं ने भाग लिया। इसके साथ ही रक्तसंकल्प संस्था ने मेले में पहुॅचे पुस्तक प्रेमियों को रक्तदान के लिये प्रेरित के उद्देश्य से एक स्टाल लगाया था।

बुक फेयर में अहमदिया मुस्लिम जमाअत का भी एक स्टाल धार्मिक पुस्तकों के लिये आकर्षण का केन्द्र बना रहा। स्टाल प्रतिनिधि शाह हारून सैफी ने बताया कि लोग इस्लाम के बारे में फैली गलत बातों के बारे में जानना चाहते हैं, इसलिए पवित्र कुरान का हिंदी अनुवाद, मुहम्मद साहब की जीवनी, मजहब के नाम पर खून, इस्लाम में स्त्री का स्थान, विश्व संकट तथा शान्ति पथ, इस्लामी उसूल की फिलॉसॉफी की पुस्तकें लोगों ने बहुत पसन्द किया।