त्रिभुवन नाथ शर्मा की रिपोर्ट
Prayagraj,up: प्रयागराज में जन्मे कर्नल कौशल चतुर्वेदी 1970 बैच में सेंट जोसेफ से दसवीं पासकर 1970 में एयू से स्नातक किया। 1975 में सेना में शामिल हुए, अगस्त 1976 में 14 मराठा लाइट इन्फैंट्री में कमीशन प्राप्त किया। उन्होंने कारगिल, अरुणाचल, अंडमान और निकोबार, सियाचिन ग्लेशियर में सेवा की (6 महीने का कार्यकाल)। इन्फैंट्री स्कूल, मऊ (म.प्र.) में प्रशिक्षक, ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी, चेन्नई में एडजुटेंट, ग्वालियर में भर्ती निदेशक, जीवाजी विश्वविद्यालय से लोक प्रशासन में एमए किया और एमए में टॉप करने पर चांसलर गोल्ड मेडल प्राप्त किया।
प्रयागराज में ग्रुप कमांडर एनसीसी थे और जनवरी 2010 में सेवानिवृत्त हुए।
26 मराठा लाइट इन्फैंट्री की कमान संभाली और बटालियन को लद्दाख ले गए और उसके बाद सियाचिन (उत्तरी ग्लेशियर) में कार्यकाल किया। बटालियन में केवल 7 मौतों (पिछले 10 बटालियनों के कार्यकाल में एकल अंक की हानि) के साथ जवानों को सुरक्षित वापस लाने का सम्मान, बटालियन के जवानों को उनके स्नेह के कारण सियाचिन टाइगर की उपाधि दी गई।
रेवरेंड फादर थॉमस कुमार ने आज प्रातः कर्नल कौशल चतुर्वेदी को कॉलेज में बुलाकर सम्मानित किया।
कर्नल कौशल चतुर्वेदी ने अपनी ओर से ₹5500 के दो चेक आईसीएसई में नेशनल लेवल के चौथे और पांचवें लेवल पर आने वाले सन जोसेफ कॉलेज के दो विद्यार्थियों काव्यम श्रीवास्तव और प्रियांशु मुखर्जी को दिया और सम्मान पत्र देकर भी उनका हौसला बढ़ाया।
वहां पढ़ रहे विद्यार्थियों को फौज ज्वाइन करने हेतु प्रेरणा भी प्रदान की।
इस अवसर पर जस्टिस अरुण टंडन, प्रोफेसर योगेश्वर तिवारी, प्रोफेसर मानिक वर्मा,राजेश अरोरा, सरिता चतुर्वेदी, अरुण बग्गा, रवि प्रकाश, सर्वेश राय, सुधीर गुप्ता, आर पी सिंह, राजेश अग्रवाल, अनिल निगम, राजू डावर,परेश अग्रवाल, नारायण चतुर्वेदी, आर्यन,आर्यमन, ज्योति दुबे, समर चटर्जी, उपस्थित थे।