भोपाल में 1800 करोड़ के नशीले पदार्थ बरामद,बकायदा फैक्ट्री  में किया जा रहा था माल तैयार दो लोग गिरफ़्तार

ATरिपोर्टर देवेन्द्र कुमार जैन भोपाल मध्य प्रदेश
नशीले पदार्थों के कारोबारियों के खिलाफ शिकंजा लगातार कसा जा रहा है। गुजरात एटीएस और नारकोटिक्‍स कंट्रोल ब्‍यूरो  की संयुक्‍त टीम ने भोपाल में नशीले पदार्थ बनाने वाली एक फैक्‍ट्री  का भंडाफोड़ किया है।इस फैक्‍ट्री से 1800 करोड़ रुपये से ज्‍यादा की ड्रग्‍स बरामद की गई है। साथ ही दो आरोपियों को गिरफ्तार करने में भी सफलता मिली है। इस मामले में दो मुख्य आरोपी पकड़े गए हैं जिनमें एक भोपाल का है तथा दूसरा भोपाल के रहने वाले एक व्यक्ति अमित चतुर्वेदी और नासिक का रहने वाला है। दोनों मेफेड्रोन (एमडी) ड्रग्‍स के अवैध निर्माण और बिक्री में शामिल थे। गुजरात एटीएस के डीआईजी ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि गुजरात एटीएस को सूचना मिली थी कि भोपाल के रहने वाला अमित चतुर्वेदी और नासिक के रहने वाले बाने सांन्‍याल ने भोपाल में एक ड्रग्‍स फैक्‍ट्री बनाई है ओर इसमें यह लोग एमडी ड्रग्‍स का प्रोडक्‍शन कर रहे हैं। सूचना के सही पाए जाने पर एक टीम बनाई गई और इस जानकारी को एनसीबी के साथ ही साझा किया गया।उन्‍होंने बताया कि इसके बाद गुजरात एटीएस और एनसीबी ऑपरेशंस की संयुक्‍त टीम ने 5 अक्‍टूबर को बगरोदा इंडस्ट्रियल एरिया में छापा मारा।यह फैक्ट्री भोपाल के बाहरी इलाके में है और इसमें नशीली दवा मेफेड्रोन (एमडी) के निर्माण की प्रक्रिया चल रही थी। इस दौरान कुल 907.09 किलोग्राम मेफेड्रोन (ठोस और तरल दोनों रूप में) पाया गया। उन्‍होंने बताया कि अंतरराष्‍ट्रीय बाजार में इस इसकी अनुमानित कीमत करीब 1814.18 करोड़ रुपये है।इसके साथ ही टीम को करीब 5000 किलो मेफेड्रोन (एमडी) के उत्पादन के लिए उपयोग की जाने वाली सामग्री मिली है। साथ ही ग्राइंडर, मोटर, कांच के फ्लास्क, हीटर और अन्य उपकरण भी पाए गए हैं। इस सामग्री को आगे की जांच के लिए जब्त कर लिया गया है।