29वीं राष्ट्रीय कांफ्रेंस (IMSCON-2024) के दुसरे दिन हुए एंटी एजिंग मैनेजमेंट व जींस व मीनोपॉज पर रोचक व्याख्यान।

एजिंग अब समस्या नहीं , हो सकता है इसका सही प्रबंधन : डॉ वंदना बंसल

Prayagraj,up: देश कई ख्यातिप्राप्त चिकित्सकों ने दूरबीन विधि से किये कई जटिल ऑपरेशन जिनका हुआ लाइव प्रसारण। इलाहाबाद मीनोपॉज सोसाइटी द्वारा आयोजित इंडियन मीनोपॉज सोसाइटी की 29वीं राष्ट्रीय कांफ्रेंस (IMSCON-2024) के दुसरे दिन कुछ बहुत ही रोचक व्याख्यान एंटी एजिंग प्रबंधन पर ऑर्गनाइजिंग चेयरपर्सन व जीवन ज्योति हॉस्पिटल की निदेशक डॉ वंदना बंसल व डॉ दुरु शाह ओरेशन जींस ‘मीनोपॉज व वेदांत’ पर डॉ रत्नाबली चक्रवर्ती द्वारा इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन कन्वेंशन सेंटर में देश के विभिन्न शहरों से आये चिकिसकों की उपस्थिति में शनिवार 24 फरवरी को दिए गए। कई नामी जैसे डॉ जयदीप मल्होत्रा , डॉ सी अम्बुजा , डॉ शोभना मोहनदास द्वारा हॉर्मोन थेरेपी , मीनोपॉज की जटिलताएं बा निदान पर चर्चा की। ऑर्गनाइजिंग सेक्रेटरी डॉ अंजुला सहाय व डॉ रागिनी मल्होत्रा ने मीनोपॉज से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण लक्षणों पर विशेष सत्र किया।


अपने व्याख्यान में डॉ वंदना बंसल ने बताया की यदि शरीर में व्याधि हो , आंख व चलने फिरने आदि में समस्या आ रहो हो तो बढ़ती उम्र समस्या बन जाती है। इसीलिए यह बहुत जरुरी हो जाता है की हम सही ढंग से अपनी उम्र को जियें। विश्व स्वास्थ्य संगठन की इंटरनेशनल डिजीज कोडेबूक के अनुसार एजिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसको ट्रीट किया जा सकता है। विभिन्न डाटा यह दर्शाते हैं की पिछले 6 दशक में 60 वर्ष से ऊपर लोगों की संख्या आठ से दस परसेंट बढ़ गयी है। ऐसा अनुमान है की 2050 तक विश्व में नौ मिलियन लोगों की उम्र 60 वर्ष से ऊपर होगी। उम्र बढ़ने के साथ लोगों में हृदय , रक्तचाप , शुगर , हड्डी , गठिया , आंख , थाइरोइड आदि की समस्या होने लगती है। इन सबसे बचाव के लिए सभी को 6 स्वास्थ सम्बन्धी सूत्रों को अपनाना चाहिए। यह हैं सही खान पान व सही वजन , सही व्यायाम , मदिरा सेवन व धूम्रपान पर नियंत्रण , तनाव का स्तर कम करना व नियमित स्वास्थ की जांच। यदि शुरू से ही सही आदतों को अपनाया जाए तो यह हमे शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रखने में काफी सहायक होता है।

बढ़ती उम्र में योग प्राणायम के आलावा पूरी नींद भी लेनी चाहिए। महिलाओं को 40 की उम्र के बाद नियमित हेल्थ स्क्रीनिंग करवा चाहिए जिसमे पल्स , ब्लड प्रेशर, शुगर , गयनेकोलॉजिकल समस्याएं , लिवर व किडनी , थाइरोइड , कैंसर , मैमोग्राफी आदि की जांच सम्मिलित हो। “इसके आलावा एंटी एजिंग डाइट भी ले सकते हैं। जिसका उद्देशय सिर्फ वजन कम करना नहीं बल्कि सही पोषण देना होता है। जीवन में कुछ अच्छे शौक भी अपनाना चाहिए। “

डॉ अंजू सोनी इंडियन मीनोपॉज सोसाइटी की प्रेजिडेंट इलेक्ट ने बताया की भारत में 15 करोड़ महिलएं मीनोपॉज के किसी एक स्टेज में हैं व इसके बारे में उनको जानकारी बहुत कम है।

सायबर  जागरूकता अभियान अंतर्गत नगर सुरक्षा समिती के सदस्यो को जोडकर “नगर सुरक्षा सायबर समिती” का हुआ गठनAT रिपोर्टर देवेन्द्र कुमार जैन भोपाल मध्य प्रदेशपुलिस महानिदेशक महोदय के निर्देशन मे प्रदेशभर मे सायबर जागरूकता अभियान  ” सेफ क्लिक” दिनाक 01.02.2025 से 11.02.2025 तक संचालित किया जा रहा है ताकि सायबर अपराधो मे कमी लाई जा सके। सायबर जागरूकता अभियान आदेश के पालन मे  पुलिस उपायुक्त जोन-3 भोपाल रियाज इकबाल द्वारा जोन-3 के सभी थाना प्रभारियो के माध्यम से  स्कूल , कालेज, कोचिंग संस्थानो, सार्वजनिक स्थान  पर सायबर संबधी अपराधो के बारे मे जन जागरूकता  बढाने के लिये कार्यक्रम आयोजित करवाये जा रहे है। सायबर जागरूकता अभियान के दौरान दिनाक 10.02.25 को रीजनल कालेज श्यामला हिल्स भोपाल मे नगर सुरक्षा समिती के सदस्यो का एक दिवसीय सायबर सुरक्षा सबंधी सेमीनार का आयोजन किया गया सेमिनार मे पुलिस उपायुक्त एवं  श्रीमान अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त भोपाल के मार्गदर्शन मे प्रशिक्षण सत्र के दौरान उपस्थित प्रतिभागियो को सायबर सबंधी प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण मे उपस्थित सभी प्रतिभागियो को  सायबर अपराध के  मुख्य कारक “आलस्य”, “लालच”. “भय”  एवं  “अज्ञानता” के बारे मे बताया ।सायबर सेल प्रभारी द्वारा प्रशिक्षण सत्र के दौरान प्रतिभागियो को वर्तमान मे घटित हो रहे  सायबर अपराध , डिजिटल अरेस्टिग, फोन-पे के माध्यम से फ्राड, ओटीपी के माध्यम से फ्राड, आनलाईन शोपिंग के माध्यम से फ्राड, के बारे मे बताया गया एवं  भारत सरकार  द्वारा सायबर सुरक्षा के लिये बनाये गये  चक्षु पोर्टल , सपोर्ट  पोर्टल  एवं  संचार साथी एप के बारे मे बताया गया  सेमीनार के अंत मे नगरीय पुलिस  जोन-3 भोपाल के सभी थानो मे नई पहल करते हुए  ” नगर सुरक्षा सायबर समिती”  का गठन किया जाकर क्षेत्र मे जन जागरूकता बढाने हेतु  बताया गया है। गठित “नगर सुरक्षा सायबर समिती” पुलिस तथा जनता के मध्य सेतु का काम करते हुए जनता के साथ हो रहे आर्थिक अपराधो को रोकने मे पुलिस के लिये मील का पत्थर साबित  होगी इन समितियो के कार्य का मासिक रूप से  मुल्याकन किया जाकर  मासिक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जावेगा।