Prayagraj,up: ज्ञान गुण सागर वाहिनी, राष्ट्रवाद, अध्यात्म एवं संस्कृति को ऊर्जावान करने के लक्ष्य से समाज में कार्यरत है, वाहिनी अपने उद्देश्य के चलते भिन्न-भिन्न प्रकार के कार्यक्रमों और उपक्रमों का आयोजन कर रही है और आगे भी करती रहेगी। वाहिनी का एक मूलभूत उद्देश्य यह भी है की बच्चों और युवाओं में बजरंगबली एवं उनकी आराधना एवं अनुसरण के लिए प्रेरणा का संचार करे।
नई पीढ़ी के अंतर्मन में आध्यात्मिक चेतना के विस्तार हेतु, भारतीय संस्कृति, सनातन धर्म के संस्कार को आज की युवा पीढ़ी में रोपित करने के लिए ज्ञान गुण सागर वाहिनी सदैव तत्पर है। उक्त बातें ज्ञान गुण सागर वाहिनी के अध्यक्ष कुश श्रीवास्तव ने व्यक्त की।
ज्ञान गुण सागर वाहिनी प्रयागराज एवं गोरखपुर के पश्चात वाराणसी शहर में उक्त प्रतियोगिता को आयोजित करने जा रही है, जिसमें मुख्य रूप से, संत अतुलानंद (गिलेट बाज़ार), संत अतुलानंद (कौईराजपुर), सरस्वती विद्या मंदिर (सामने घाट), सरस्वती शिशु मंदिर (टिकरी), सनातन धर्म इंटर कॉलेज, नवनिता कुंवर इंटर कॉलेज, सरस्वती शिशु मंदिर, निवेदिता शिक्षा सदन बालिका इंटर कॉलेज, ज्ञानदीप इंटर कॉलेज, सनबीम (सिगरा), सहित अन्य विद्यालयों के छात्र-छात्रा प्रतिभाग करेंगे।
इस प्रतियोगिता में 9 से 11 सदस्यों की टीमों द्वारा प्रस्तुति होगी।
इस आयोजन में ‘बाल हनुमान भक्त’ भी एक श्रृंखला जुड़ी है जिसमें, कोई बालक-बालिका जो १३ वर्ष से कम आयु का है, यदि चालीसा पाठ बिना किसी पुस्तक या सहयोग के करता है तो उसे वाहिनी पुरस्कृत करती है। वाहिनी का ऐसा विश्वास है कि हनुमान चालीसा से एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है जिससे सभी का हित होता है एवं भगवान पवनपुत्र के अनुकरणीय व्यक्तित्व से युवाओं के जीवन में बल, बुद्धि और विद्या का प्रादुर्भाव होगा।
‘ज्ञान गुण सागर प्रतियोगिता’, वाराणसी, वाहिनी का एक और उपक्रम है। इस प्रतियोगिता के अंतर्गत वाहिनी, विद्यालयों के बच्चों की टीमों को निमंत्रण देकर समूह गायन प्रतियोगिता करा रही है। यह समूह गायन प्रतियोगिता बजरंग बली पर आधारित है, इसमें विद्यालयों को टीमों को हनुमान चालीसा, बजरंग बाण, अथवा हनुमानाष्टक में से किसी एक विषय पर सामुहिक प्रस्तुति देनी है।
यह आयोजन अपने पहले वर्ष 2023 में प्रदेश के 5 नगरों में कराया जा रहा है।
प्रयागराज एवम गोरखपुर में यह सुंदर एवं अद्वितीय आयोजन पूर्व में अत्यंत प्रभावशाली रूप से हो चुका है।
इस बार काशी की पावन धरती पर यह आयोजन होने जा रहा है। इसके बाद यह आयोजन लखनऊ, एवं अयोध्या जी में कराया जाएगा।
ज्ञान गुण सागर वाहिनी के अध्यक्ष कुश श्रीवास्तव का मानना है कि वाहिनी के सभी सदस्य इस अंतर्विद्यालयी आयोजन को लेकर अत्यधिक उत्साहित हैं क्योंकि इस आयोजन में बच्चों के मुखारविंद से बजरंग बली का गुणगान सुनकर एक अत्यधिक सात्विक सौंदर्य की अनुभूति होती है। वाहिनी के 100 से अधिक सदस्य पूरे प्रदेश में इस आयोजन की व्यवस्था के लिए वाराणसी आ गये हैं, और कार्यक्रम को अधिक स्मरणीय बनाने के लिए प्रतिज्ञाबद्ध हैं।
उक्त कार्यक्रम दिनांक 28/10/2023 को सायंकाल 4:00 बजे से निवेदिता शिक्षा सदन बालिका इंटर कॉलेज, महमूरगंज, तुलसीपुर, (मोती झील के पास) वाराणसी, के प्रेक्षागृह में आयोजित है।
कार्यक्रम में अतिथियों की शृंखला में, राज्य मंत्री रविंद्र जायसवाल, वाराणसी के लोकप्रिय महापौर अशोक तिवारी, आदरणीय विधायक सौरभ श्रीवास्तव, विधायक त्रिभुवन राम, पूर्व क्षेत्रीय अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी महेश चंद्र श्रीवास्तव, इलाहाबाद उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता एवं पूर्व बारएसोसिएशन अध्यक्ष वी. पी. श्रीवास्तव, पूर्व उपाध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी डॉ. राकेश त्रिवेदी, अरविंद सुमंगलम, सहित संत समाज एवं नगर के अन्य गण्यमान्य लोगों की गरिमामयी उपस्थिति होगी।
कार्यक्रम का संचालन देश की प्रख्यात उद्घोषिका डॉ. आभा मधुर करेंगी। कार्यक्रम में प्रतियोगिता में निर्णय हेतु निर्णायक मंडल में वाराणसी शहर की लोकप्रिय संगीतमर्मज्ञ, अनुभवी अंतरराष्ट्रीय गायिका सुचरिता दासगुप्ता जी एवं अंतरराष्ट्रीय लोकगायक डॉक्टर ज्ञानिश पांडेय उपस्थित रहेंगे।
कार्यक्रम में वाराणसी शहर के प्रबुद्धजन, साहित्यकार, शिक्षाविद्,न्यायविद्, संत एवं सामाजिक क्षेत्र के वरिष्ठ गण्यमान्य लोग बजरंग बली के इस आयोजन में बच्चों का मनोबल बढ़ाने के लिए सम्मिलित होंगे।