त्रिभुवन नाथ शर्मा की रिपोर्ट
Prayagraj,up: उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, प्रयागराज द्वारा आयोजित तीन दिवसीय रामायण पर आधारित एकल चित्रकला प्रदर्शनी का आयोजन महात्मा गांधी कला वीथिका में किया गया। चित्रकला प्रर्दशनी का शुभारंभ केंद्र निदेशक प्रो. सुरेश शर्मा व डॉ. सविता अग्रवाल (पूर्व सदस्य लोक सेवा आयोग) ने गणेश जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं फीता काटकर किया। प्रदर्शनी का मुख्य आकर्षण प्रतिभा पाण्डेय द्वारा राम नाम से निर्मित रामायण की प्रमुख घटनाओं पर केंद्रित चित्रों की श्रृंखला रही।
कार्यक्रम के शुरूआत में केंद्र निदेशक ने डॉ. सविता अग्रवाल को पुष्प गुच्छ भेंट कर सम्मानित किया। मुख्य अतिथि डॉ. सविता अग्रवाल ने इस चित्रकला प्रदर्शनी के आयोजन हेतु उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र की सराहना करते हुए प्रतिभा पाण्डेय को शुभकामनाएं दी। तीन दिन तक चलने वाली इस प्रदर्शनी में राम के जन्म से लेकर राज्याभिषेक तक के विभिन्न प्रसंगों के चित्र लगाए गए हैं। इसमें बाल लीला, ताड़का वध, अहिल्या उद्धार, सीता स्वयंवर, राम विवाह, राम वनगमन, केवट प्रसंग, शबरी उद्धार, सीताहरण, जटायु वध, लंका दहन, रावण वध व राज्यभिषेक के अतिरिक्त भगवान राम द्वारा शिव पूजा, माता सीता की अग्नि परीक्षा, हनुमान लीला के प्रसंगों पर आधारित चित्रों का प्रदर्शन किया गया है। 40 चित्रों के जरिए प्रभु राम के जन्म से लेकर उनके राजतिलक की यात्रा बखूबी दर्शाई गई है तथा राम की थीम पर 36 फीट स्क्रोल पेंटिग्स के जरिए रामचिरत मानस को लिपिबद्ध किया गया है, जिसमें सृष्टि के रचयिता विष्णु के दशावतार सहित अयोध्या में रामलला के विराजमान, कनक भवन, हनुमानगढी आदि के दिखाया गया है।
राम नाम लेखन द्वारा रामकथा को साकार करने हेतु प्रतिभा पाण्डेय के प्रयासों व कठिन परिश्रम की तारीफ करते हुए केंद्र निदेशक ने कहा कि चित्रकला वास्तव में कलाकार की आत्मा की सहज अभिव्यक्ति होती है जो तूलिका से कैनवास पर आकार लेती है। इस अवसर पर केंद्र के अधिकारी व कर्मचारी सहित काफी संख्या में कला प्रेमी उपस्थित रहे।