नमक से लेकर सॉफ्टवेयर तक के कारोबार को नई ऊंचाइयां देने वाले रतन टाटा ने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में ली अंतिम सांस

ATरिपोर्टर देवेन्द्र कुमार जैन भोपाल मध्य प्रदेश
मशहूर बिजनेसमैन और टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा अब इस दुनिया में नहीं रहे। उन्होंने 86 साल की उम्र में अन्तिम सांस ली। भारत के सबसे बड़े समूहों में से एक टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन टाटा की हालत गंभीर थी और  वे मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल के इंटेसिव केयर यूनिट में भर्ती थे। वे उम्र संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे। देर रात करीब 2 बजे उनका पार्थिव शरीर अस्पताल से उनके घर ले जाया गया। महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि टाटा का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। उनके रिश्तेदारों ने बताया कि टाटा का पार्थिव शरीर 10 अक्टूबर सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक साउथ मुंबई के नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स के हॉल में रखा जाएगा। यहां लोग उनका अंतिम दर्शन कर सकेंगे।टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने एक बयान में रतन टाटा के निधन की पुष्टि की और उन्हें अपना मित्र और मार्गदर्शक बताया। टाटा संस के चेयरमैन एन चन्द्रशेखरन ने देर रात एक बयान जारी कर कहा, “हम अत्यंत क्षति की भावना के साथ रतन नवल टाटा को विदाई दे रहे हैं, जो वास्तव में एक असाधारण नेता थे, जिनके अतुलनीय योगदान ने न केवल टाटा समूह को बल्कि हमारे देश के मूल स्वरूप को भी आकार दिया है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने रतन टाटा के निधन पर गहरा शोक जताया। उन्होंने X पर पोस्ट किया, “श्री रतन टाटा जी एक दूरदर्शी बिजनेस लीडर, दयालु आत्मा और एक असाधारण इंसान थे। उन्होंने भारत के सबसे पुराने और सबसे प्रतिष्ठित बिजनेस घरानों में से एक को स्थिर नेतृत्व दिया। साथ ही, उनका योगदान दूर तक गया। उन्होंने अपनी विनम्रता, दयालुता और हमारे समाज को बेहतर बनाने के प्रति अटूट प्रतिबद्धता के कारण खुद को कई लोगों का प्रिय बना लिया। मध्य प्रदेश के मुख्य मंत्री मोहन यादव ने अपनी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा देश के सुप्रसिद्ध उद्योगपति और टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन टाटा का निधन उद्योग जगत ही नहीं, अपितु समस्त भारतवासियों के लिए अपूरणीय क्षति है। आज देश ने एक महान उद्योगपति के साथ ही बेहद संवेदनशील, राष्ट्रसेवा एवं मानवता  के प्रति सदैव समर्पित शख्सियत को खोया है। उनके जाने से भारत ही नहीं, बल्कि विश्व उद्योग जगत में एक रिक्तता सदैव रहेगी। देश के विकास में उनका योगदान अविस्मरणीय रहेगा। बाबा महाकाल से प्रार्थना करता हूं कि दिवंगत पुण्य आत्मा को अपने परमधाम में स्थान देंवे, साथ ही शोकाकुल हर व्यक्ति को यह अथाह दुःख सहने की शक्ति दें। कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा आज मां भारती ने रतन टाटा जी के रूप में अपना एक महान सपूत खो दिया है। इस दु:खद समाचार से हृदय द्रवित है, मन उदास है। रतन जी देश के ‘रत्न’ थे। उन्होंने भारतीय उद्योग जगत को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। वह देश के विकास के लिए सदैव समर्पित रहे और समाज में बेहतर बदलाव के लिए कई अभूतपूर्व कार्य किए। मैं उनके चरणों में श्रद्धासुमन अर्पित करता हूं। वह सदैव हमारी यादों में रहेंगे।