भोपाल से देवेन्द्र कुमार जैन की रिपोर्ट
भोपाल, एमपी। शिवपुरी की छात्रा का कोटा से अपहरण होने की खबर ने पूरे म.प्र को हिला दिया तो वहीं इस कहानी में एक दिलचस्प मोड़ जब ले लिया जिसमें यह सच्चाई सामने आई कि लडक़ी विदेश जाना चाहती थी। और इसी लालच में उसने अपनी ही अपहरण होने की कहानी रची। अपहरण के इस हैरत अंगेज मामले ने सभी के होश उड़ा दिए।
शिवपुरी के बैराड़ के स्कूल संचालक के पास 18 मार्च को वॉट्सऐप पर बेटी काव्या धाकड़ के अपहरण की तस्वीरें आईं जिसमें काव्या के हाथ-पैर रस्सी से बंधे हुए थे और अपहरणकर्ता ने 30 लाख रुपये की फिरौती मांगी। कोटा में छात्रा के अपहरण की घटना सामने आने पर पुलिस फ़ौरन मामले की को सुलझाने में जुट गई। जब पुलिस ने मामले की जांच तो सामने आया कि छात्रा ने कोचिंग सेंटर में दाखिला तक नहीं लिया। इसके अलावा परिजन जिस हॉस्टल में बेटी के रहने की बात बता रहे हैं वहां से उसका कोई लेना देना तक नहीं है। जांच में एक के बाद एक कई खुलासे हुए जिसमें यह पता चला कि छात्रा अगस्त में अपनी मां के साथ कोटा आई और यहां पर एक कोचिंग सेंटर में दाखिला लेने के लिए रजिस्ट्रेशन फार्म लिया था और एक हॉस्टल में रहने का तय किया जिसके बाद उसकी मां उसी दिन लौट गई थी। इसके बाद छात्रा पांच अगस्त तक कोटा में रही और फिर इंदौर चली गई।
पुलिस ने जब मामले की जांच की तो पता चला कि छात्रा का अपहरण नहीं हुआ था और न वह कोटा में रह रही थी। काव्या ने अपने दो दोस्तों संग मिलकर अपहरण की झूठी कहानी तैयार की थी, क्योंकि वह और उसका एक दोस्त विदेश में पढ़ाई करना चाहते थे और उसके लिए पैसों की जरूरत थी। समाचार मिलने तक कोटा पुलिस ने छात्रा के साथ एक साथी को पकड़ लिया है तथा छात्रा व उसका एक अन्य साथी फरार है।