दिल्ली के कोचिंग सेंटर में नहीं बेसमेंट में लगी थी आग , संस्कृति IAS के अखिल मूर्ति ने छात्रों को निकलने में की मदद।

Sanskriti IAS

Delhi Fire: दिल्ली के मुखर्जी नगर के कोचिंग सेंटर में आग लगने की खबर सामने आई थी, जिसमें बताया जा रहा था कि आग कोचिंग सेंटर के भीतर लगी है। लेकिन संस्कृति IAS के अखिल ने हर एक बच्चे को सुरक्षित निकला।

संस्कृति IAS
संस्कृति IAS

आज दोपहर दिल्ली के मुख़र्जी नगर के कोचिंग सेंटर में आग लगने कि खबर सामने आई थी। लेकिन ताजा खबर के अनुसार मौके पर मौजूद छात्रों ने इस बात का खुलासा किया है कि आग कोचिंग सेंटर के अंदर नहीं लगी, कोचिंग सेंटर के नीचे बेसमेंट बिजली विभाग के पास है जिसमें कई मीटर लगे हैं वहां पर आग लगी थी।

जानकारी के अनुसार ग्राउंड फ्लोर पर मीटर में ब्लास्ट हुआ और नीचे से ऊपर धुंआ गया। इसके चलते बच्चे घबरा गए। लेकिन फिलहाल सारे बच्चों को रेस्क्यू कर लिया गया है। घटनास्थल पर मौजूद संस्कृति IAS कोचिंग संस्थान के शिक्षक अखिल मूर्ति के बारे में तजा खबर सामने आई है कि उन्होंने बच्चों को घटना के दौरान अकेला नहीं छोड़ा। वे छात्रों के साथ बने रहे और जब तक उनका एक एक छात्र सुरक्षित नहीं निकल गया वे वहीं रहे। मामले में कहा जा रहा है कि अब घबराहट के दौरान कुछ बच्चों ने तार के सहारे निकलने की कोशिश की थी जिसके चलते वे घायल हो गए। और इसमें कुछ बच्चों को चोटें आई हैं।

घटनास्थल कि पूर्ण जानकारी पर दिल्ली पुलिस की पीआरओ सुमन नलवा ने भी ब्यान दिया है कि आग बिल्डिंग के मीटर में लगी थी। और इसका धुंआ ऊपरी मंजिल पर फैल गया, जिसके कारण अफरा तफरी मच गई। वहां सिविल सर्विसेस का कोचिंग सेंटर था, कुछ छात्र खिड़की से नीचे आने का प्रयास कर रहे थे इसी के चलते 3-4 छात्रों को चोटें आई हैं । जिन्हें अस्पताल ले जाया गया है। और फ़िलहाल आग पर काबू पा लिया गया है।

संस्कृति IAS द्वारा जारी किया गया वीडियो

घटना पर संस्कृति IAS कोचिंग सेंटर द्वारा वीडियो जारी किया गया है। जिसमें बताया गया कि संस्कृति IAS(Sanskriti IAS) के क्लास रूम नंबर 8 में क्लास चल रही थी। जहाँ बच्चे क्लास ले रहे th। जब धुआं आया तो बच्चो में अफरा तफरी मच गयी। और बच्चो ने कांच तोड़कर निकलने कि कोशिश कि और इसी के चलते उन्हें चौंटे आई। हालाँकि किसी बच्चे को गंभीर चोट नहीं आई। घटना के दौरान इंस्टिट्यूट के अखिल मूर्ति सर कि क्लास चल रही थी। अखिल मूर्ति ने हर एक बच्चे को सुरक्षित निकलने में मदद की। और जब तक हर एक बच्चा वह से सुरक्षित नहीं निकला वे वहीं रहे। मामले में बताया जा रहा है की कोई जानमाल का नुक्सान नहीं हुआ है और सब सुरक्षित हैं।