साल का दूसरा सूर्य ग्रहण रात होने के कारण भारत में नहीं देखा जा सकेगा आइये जानते हैं क्यों लगता है सूर्य ग्रहण

रिपोर्टर देवेन्द्र कुमार जैन भोपाल मध्य प्रदेश
सूत्रों के अनुसार साल 2024 का दूसरा सूर्य ग्रहण बुधवार 2 अक्तूबर 2024 को लगेगा। इस वर्ष का पहला सूर्यग्रहण 8 अप्रैल 2024 लगा था । आइए जानें सूर्यग्रहण के बारे में दिलचस्प बातें जब सूर्य व पृथ्वी के बीच में चन्द्रमा आ जाता है तो चन्द्रमा के पीछे सूर्य का बिम्ब कुछ समय के लिए ढक जाता है, इसी घटना को सूर्य ग्रहण कहा जाता है। पृथ्वी सूरज की परिक्रमा करती है और चाँद पृथ्वी की। कभी-कभी चाँद सूरज और धरती के बीच में आ जाता है। फिर वह सूरज की कुछ या सारी रोशनी रोक लेता है जिससे धरती पर छाया फैल जाती है। इस घटना को पूर्ण सूर्य ग्रहण कहा जाता है।ऐसा इसलिए है क्योंकि सूर्य का व्यास चंद्रमा से 400 गुना है  लेकिन यह सूर्य से 400 गुना दूर भी है। ग्रहण के दौरान, चंद्रमा कुछ देर के लिए सूर्य को ढक लेता है, जिससे थोड़े समय के लिए दिन का प्रकाश अवरुद्ध हो जाता है और पृथ्वी के एक भाग पर छाया हो जाती है। इस छाया के दो भाग होते हैं कहीं सूर्य का प्रकाश पूरी तरह से अवरुद्ध हो जाता है और पूर्ण ग्रहण दिखाई देता है, और कहीं पर केवल कुछ सूर्य का प्रकाश अवरुद्ध होता है और आंशिक ग्रहण दिखाई देता है। इस साल का दूसरा सूर्यग्रहण रात के समय नौं बजे के आसपास शुरू होकर अगले दिन सुबह लगभग तीन बजे तक रहेगा। यह ग्रहण बेहद लंबा होगा और इसकी अवधि करीब 6 घंटे की रहेगी। साल का दूसरा सूर्य ग्रहण उत्तर अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, अंटार्कटिका, प्रशांत महासागर और अटलांटिक महासागर के हिस्सों में दिखाई देगा । रात होने के कारण सूर्यग्रहण को भारत में नहीं देखा जा सकेगा।